*बखरी*
वर्षा ऋतु में नदियों का जल स्तर बढ़ जाता है जिसकी वजह से बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है। ग्रामीण इलाक़े के लोगों को एक जगह से दूसरी जगह आने जाने में दुश्वारी होती है। मजबूरन उन्हें नाव की सवारी करनी पड़ती है। ऐसी परिस्थिति में हमेशा पंजीकृत नाव पर ही सवार हुआ जाए। सफेद पट्टी वाले तथा जीवन रक्षक सामग्री वाले नाव पर चढ़ा जाए। उक्त जानकारी नवसृजित प्राथमिक विद्यालय चकचनरपत के सहायक सह फोकल शिक्षक मो फैयाज अहमद ने बच्चों को मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम (सुरक्षित शनिवार)में दिया। नाव की सवारी करते समय ओवर लोड, रात के वक्त, जर्जर, ख़राब मौसम में किसी हालत में यात्रा न करें। हर समय अपना धैर्य बनाकर रखें और छोटे बच्चों को अकेले नाव पर नहीं चढ़ने दें। रोलप्ले की सहायता से पानी में डूबे हुए व्यक्ति को बचाने का अभिनय किया गया। सबसे पहले पीड़ित व्यक्ति के मुँह और नाक से मिट्टी आदि निकालकर साफ़ कर दें। सांसे चल रहीं हैं या नहीं पता करें। पेट यदि फूला है तो पेट से पानी निकालें ।नब्ज की धीमी गति होने पर सीयीआर तकनीक से श्वसन को सुचारु करते हुए किसी नजदीकी डाॅक्टर या अस्पताल पहुंचाया जाए। 108/102 पर काॅल करके एम्बुलेंस सेवा लिया जाए। मौके पर विद्यालय प्रधान सुरेश कुमार, ममता कुमारी, मनोहर कुमार के अलावा रोलप्ले के चरित्र अंकुश कुमार, अंकित कुमार तथा पूरा विधालय परिवार मौजूद रहे।
बेगूसराय के बखरी से अभिषेक ठाकुर की रिर्पोट:
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