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सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्र में खिलाई गई एल्बेंडाजोल की दवा।


रिपोर्टर:- अभिषेक ठाकुर
खोदावंदपुर बेगुसराय :- राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के सफलता के लिए प्रखंड क्षेत्र के सभी कोटि के सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को कृमि से बचाने को लेकर एक वर्ष से 17 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई गई। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहले विद्यालय के नामित शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया था एवं बीआरसी व सीआरसी को अल्बेंडाजोल की गोली उपलब्ध कराई गई थी। जहां से प्रखंड के सरकारी विद्यालयों में दवाएं भेजी गई थी । यह दवा बच्चों को पेट में कीड़ा मारने के लिए दी जाती है। यह दवा बच्चों को छह माह के अंतराल पर दी जाती है। इसके लिए स्कूलों में व्यवस्था की गई थी। स्कूल के शिक्षक व शिक्षिकाओं ने अपने सामने बच्चों को गोली खिलाई। 
निर्धारित मात्रा में दी गई दवा :
विद्यालयों के शिक्षकों एवं आंगनबाड़ी सेविका के द्वारा बच्चों आयु के अनुसार निर्धारित मात्रा में बच्चों को कृमि का दवा खिलाई गई। एक से दो वर्ष तक के बच्चों को अल्बेंडाजोल की आधी गोली, दो से तीन वर्ष तक के बच्चों को अल्वेंडाजोल की पूरी गोली खिलाई गई। तीन वर्ष से 17 वर्ष तक के बच्चों अल्वेंडाजोल की एक गोली चबाकर खिलावाया गया। दवा खिलाने के बाद बच्चों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसका खास ख्याल रखा गया।
मौके पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी डॉक्टर दर्शन ने कहा कि अल्बेंडाजोल की टैबलेट से बच्चों के पेट में पलने वाले कीड़ा का नाश होता है। इस दवा को कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को पानी के साथ निगल जाना है लेकिन बड़े बच्चों को यह दबा चबा कर खानी है।
खोदावंदपुर के बेगूसराय से अभिषेक ठाकुर की रिपोर्ट:

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